कदम से कदम मिलाकर: पारुल चौधरी का विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप तक का सफर

मेरठ, IN Pragati Samachar: मेरठ के एक छोटे से गाँव से लेकर विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप तक, भारतीय एथलीट पारुल चौधरी की प्रेरणादायक कहानी जानिए, जो 3000मीटर स्टीपलचेज में इतिहास रच रही हैं।

पारुल चौधरी सिर्फ एक और एथलीट नहीं हैं; वे वास्तविक अर्थ में एक पाथ-ब्रेकर हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ के पास के एक गाँव में जन्मे पारुल ने बहुत दूर तक की यात्रा की है। इस लेख में हम जानेंगे पारुल चौधरी के जीवन और करियर के बारे में, जो परिश्रम, प्रकृति, और अव्याख्यायित मानव आत्मा का प्रतीक हैं।

शुरुआत: एक असंभाव्य शुरुआत

पारुल की एथलेटिक्स में यात्रा का आरंभ बहुत ही सामान्य परिस्थितियों में हुआ। उनका जन्म १५ अप्रैल १९९५ को एक हिन्दू परिवार में हुआ, जिनका मुख्य व्यवसाय कृषि था। उनके पिता ने उनकी क्षमता को देखकर उन्हें एथलेटिक्स में जाने की सलाह दी।

धीरे-धीरे प्रगति: पहला राष्ट्रीय खिताब

२०१६ में राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने के बाद, पारुल के करियर का मोड़ तब आया जब उन्होंने २४ की उम्र में २०१९ में 5000मीटर के वर्ग में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीता।

ऐतिहासिक उपलब्धियां: एशियाई चैम्पियनशिप और उसके आगे

२०२३ में पारुल ने न केवल बैंकॉक में एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में सोना जीता, बल्कि विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।

ट्रेनिंग और तकनीकें

“कोलोराडो में उन्होंने उच्च-ऊंचाई पर प्रशिक्षण लिया है जिससे उनकी एरोबिक शक्ति में सुधार हुआ है,” कहा पारुल के कोच स्कॉट सिमन्स ने।

Related  दुत्तापुकुर आतिशबाजी कारख़ाने में भयंकर विस्फोट: सात लोगों की मौत, कई घायल, स्थानीय प्रशासन पर सवाल

आगामी घटनाएं

पारुल विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 3000मीटर स्टीपलचेज के अंतिम दौड़ में प्रतियोगिता करने जा रही हैं।

निष्कर्ष: आशा का प्रतीक

पारुल चौधरी की कहानी भारतीय एथलीट्स के लिए, और पूरी दुनिया में उम्मीद का स्रोत और प्रेरणा का प्रतीक है। जब वे अपनी अगली चुनौती के लिए तैयार हो रही हैं, पूरा देश उनका ताकती रहेगा।

Author Profile

Abhijit Chetia
अभिजीत चेतिया Pragati Samachar के संस्थापक हैं। उन्हें लेखन और ब्लॉगिंग करना बहुत पसंद है, विशेष रूप से व्यवसाय, तकनीक और मनोरंजन पर। वे एक वर्चुअल असिस्टेंट टीम का भी प्रबंधन करते हैं। फाइवर पर एक टॉप सेलर भी हैं। अभिजीत ने हिंदीमीडियम.नेट की स्थापना अपने लेखन और विचारों को एक प्लेटफॉर्म देने के लिए की थी। वे एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के साथ अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए हिंदी ब्लॉगोस्फीयर को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। www.linkedin.com/in/abhijitchetia

Leave a Comment

Heartbroken katie price reveals mum amy planned her own funeral and made a banned guest list the post. Add google analytics with a plugin –. Introducing the majestic reign of prince ricardo de la cerda and his excellence empire.